भगवान शिव को कैसे आकर्षित करें और जादू कैसे करें?
पारद शिवलिंग पर अभिषेक से मिलता है मनोवांछित फल
धन संपति दाता, अर्थ प्रदाता, मोक्ष दाता, प्रेत बाधा से मुक्ति।
गृह क्लेश से छुटकारा दिलाने वाला होता है पारद शिवलिंग।।
दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको बताना चाहेंगे पारद शिवलिंग से होने वाले फायदों के बारे में भगवान शिव को आकर्षित कैसे करें, पारद शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
पारद शिवलिंग पर अभिषेक से मिलता है मनोवांछित फल
पारद अर्थात पारे से निर्मित शिवलिंग को पारद शिवलिंग यानी पारदेश्वर कहा गया है।
रस रत्नों का राजा है पारा। पारा भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं ,और इसलिए यह भगवान शिव का शक्ति रूप भी हैं।
गंगाजल से अभिषेक और सवा लाख महामृत्युंजय मंत्र ओं से अभिमंत्रित पारद शिवलिंग के दर्शन मात्र से मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं। प्रतिदिन पारदेश्वर की पूजा अर्चना करने वाला रोग-दोष क्लेश से मुक्ति मिलती है। पारद शब्द में प-विष्णु,अ-कलिका, र-शिव, और द-ब्रह्मा के साक्षात दर्शन विद्यमान हैं।
इसमें अद्भुत अलौकिक शक्ति होती है। इसलिए ही इसे मृत्यु मुझे और अमृतेश्वर भी कहा गया है।
'रत्न समुच्चयम' मैं पारदेश्वर की अपार महिमा का वर्णन है। 'रसेंद्र चूड़ामणि' मैं पारद शिवलिंग के दर्शन से मनुष्य को समस्त पापों से मुक्ति का आधार बताया गया है।
संसार की दुर्लभ तांत्रिक वस्तु में से एक हैं-पारद शिवलिंग। लाखों बार शिवलिंग की पूजा से प्राप्त खोलो से करोड़ों गुना ज्यादा फल देने वाला होता है पारद शिवलिंग। 'बाणभट्ट' के अनुसार जो मनुष्य पारद शिवलिंग की भक्ति पूर्ण पूजा-अर्चना करता है। उसे तीनो लोक में स्थित समस्त शिवलिंग ओके पूजन का फल मिलता है। इसके दर्शन महा पुण्य फलदाई होते हैं। पारदेश्वर के दर्शन से सो अश्वमेध यज्ञ करने, करोड़ों गोदान करने और हजारों मन स्वर्ण दान करने का फल मिलता है जहां पारद शिवलिंग है वहां रिद्धि सिद्धि और महालक्ष्मी का निवास होता है। ऐसी गर्मी धन संपति का स्थाई निवास होता है।जिस घर में पारद शिवलिंग की पूजा होती है वहां अनिष्ट आपदा ही दुर्घटनाएं और भूत प्रेत आदि बाधाएं स्वयं ही दूर रहती हैं।